betiyaहर अल्फाज़ का इशारा बेटियाँ हर खुशी का नजारा बेटियाँ दिल में बस जाती हैं फूलों की तरह
आँखों में समाती हैं सावन के झूलों की तरह
बनाती हैं सबको अपना नहीं दिखती किसी को कोई झूठा सपना
जो कहती हैं करके वो दिखती हैं
हर ग़लत कदम पर आवाज वो उठाती हैं
फिर भी हर बात पर उन्हें ही क्यों रोका जाता है
फीर भी हर बात पर उन्हें ही क्यों टोका जाता है
bahut badhiya kavita .
ReplyDeleteujjawal bhavishay ki shubhkamanaye !!!!!!!
aise hi likhti raho .
इण उम्र में आ हूंस घणी सरावण जोग है.
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