betiya
माँ की आन , घर की शान ,
पिता का गर्व , भाई का मान ।
कोयल का गीत , सदियों की रीत ।
होती हैं बेटियाँ |
कलियों सी नाज़ुक , फूलों सी कोमल ।
पानी सी निर्मल , पूर्वाइ सी शीतल ।
होती हैं बेटियाँ |
सज़ा कर हाथो पे मेहंदी ,
लगा कर माथे पे बिंदियां।
बन किसी की दुल्हन ,
छोङ जाती है अपना आंगन ।
ये देख के बार बार सोचे मेरा मन।
अपना या पराया धन ,होती हैं बेटियां ||
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