"घणी पियारी लागे है माँ-बाप ने बेटिया|
सुख -दुख में साथ देवे है बेटिया ||
कीयू याने दुख देवो , ये तो नव दुर्गा रो रूप है बेटिया |
देवी रो अससीस है, जो थारे घर जनम लियो ||
माँ रो आशीर्वाद बेटिया ||
इस्सा घणा भाग जो देवी पधारी आपरे आघने ||
धरती रो सिंगार है बेटिया||
माँ-बापू रो अभिमान है बेटिया ||"
No comments:
Post a Comment