Friday, December 25, 2009

betiya


फूलो की खुश्बू सी महकती -मुस्कराती है बेटिया


इक अहसास की तरह दिल मे बसती है बेटिया


जीवन को इक नई दिशा देती है बेटिया


कही फूलो सी नाजुक कही काटो की सेज पर पलती है बेटिया


देती है इक नए जीवन को जन्म


फिर क्यों संसार के हाथो मारी जाती है बेटिया


ओस की बूंद सी होती है बेटिया


कोई नहीं है कम एक-दुसरे से दोस्तों ,हीरा अगर है बेटा तो मोती है बेटिया

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