देवताओ को घर में बसा लीजिये।
भारती मान को भी बचा लीजिये।
ऐ पुरूष चाहते हो कि कल्याण हो-
बेटियाँ देवियाँ है, दुवा लीजिये।।
माँ,बहन ,संगिनी,मीत है बेटियाँ
माँ,बहन ,संगिनी,मीत है बेटियाँ
दिव्यती ,धारती, प्रीत है बेटियाँ।
देव अराध्य की वंदनाएं है ये-
है ऋचा,मन्त्र है ,गीत है बेटियाँ॥
जग की आशक्ति का द्वार है बेटियाँ।
जग की आशक्ति का द्वार है बेटियाँ।
मानवी गति का विस्तार है बेटियाँ।
जग कलुष नासती ,मुक्ति का सार है-
शक्ति है शान्ति है,प्यार है बेटियाँ॥
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