Thursday, July 22, 2010


घर आँगन मे च ह -चाहती है .न प्यारी बेटिया .

चिडियों जैसे इधर - उधर उडती फिरती है .न प्यारी बेटिया .


एक आह के साथ जनम लेती है .न प्यारी बेटिया .,

एक आह देकर ही फिर छोड़ जात्ती है .न प्यारी बेटिया .


बहुत सपने सजाते है .न हर माँ -बाप बेटियों के लिए ,

दुआ करती हूँ सदा खुश रहे सबकी प्यारी बेटिया .

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