घर आँगन मे च ह -चाहती है .न प्यारी बेटिया .
चिडियों जैसे इधर - उधर उडती फिरती है .न प्यारी बेटिया .
एक आह के साथ जनम लेती है .न प्यारी बेटिया .,
एक आह देकर ही फिर छोड़ जात्ती है .न प्यारी बेटिया .
बहुत सपने सजाते है .न हर माँ -बाप बेटियों के लिए ,
दुआ करती हूँ सदा खुश रहे सबकी प्यारी बेटिया .
No comments:
Post a Comment