Friday, January 8, 2010

betiya


मुझसे  ही तो घर  खिलखिलाता   है ,
   फिर क्यों  मुझे मार दिया  जाता  है ....?
   ये दुनिया नहीं  चल  सकती  मुझ बिन
   फिर क्यों  मुझे दुनिया मे आने  से
   रोक  दिया जाता  है ...?
   जेसे  बेटा  घर का  चिराग  है ,
   मै भी  तो  उसी  घर की रोशनी  हू |
   लड़का - लड़की  मे भेद  नहीं ,
   ये  क्यों  नहीं समझा  जाता  है |     "itu"

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